फार्म गर्भपात

फार्माकोलॉजिकल गर्भपात (रासायनिक, औषधीय) दवाइयों की मदद से गर्भपात की एक विधि है, जिसके लिए सर्जिकल हेरफेर की आवश्यकता नहीं होती है।

कृषि गर्भपात का विवरण और पद्धति

फार्मास्युटिकल गर्भपात 6 सप्ताह तक गर्भावस्था की उम्र में किया जाता है। विधि की प्रभावशीलता लगभग 95-98% है। गर्भपात की विधि में दो चरण शामिल हैं।

  1. पहले चरण में, एक एनामेनेसिस लिया जाता है, गर्भवती महिला और अल्ट्रासाउंड की परीक्षा की जाती है, जिसके बाद रोगी मिफेप्रिस्टोन लेता है। स्टेरॉयड प्रकृति की यह दवा प्रोजेस्टेरोन के प्रभाव को अवरुद्ध करती है, जिसके परिणामस्वरूप एंडोमेट्रियम के साथ भ्रूण का कनेक्शन टूट जाता है, और गर्भाशय की मांसपेशियों की संविदात्मकता बढ़ जाती है।
  2. दूसरे चरण में (दो दिनों के बाद), रोगी को मिजोप्रोस्टोल दिया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप गर्भाशय बलपूर्वक गिर जाता है, और भ्रूण अंडे को बाहर निकाल दिया जाता है। डॉक्टर अल्ट्रासाउंड की मदद से प्रक्रिया की निगरानी करता है।

दोनों चरणों में रोगी हर दो घंटे चिकित्सा कर्मियों द्वारा मनाया जाता है। नियंत्रण अल्ट्रासाउंड रासायनिक गर्भपात के दो दिन बाद किया जाता है। एक या दो सप्ताह के बाद, अल्ट्रासाउंड और स्त्री रोग संबंधी परीक्षा दोहराएं।

विधि के फायदे:

फार्मा गर्भपात के साथ संभावित जटिलताओं

इस गर्भपात की जटिलताओं में शामिल हैं:

मतभेद: